AGI क्या है? AGI और ANI में अंतर तथा इसके लाभ व हानि
AI दुनिया को तेजी से बदलता जा रहा है अभी तक जो AI इस समय मौजूद है, वह विशेष कार्यों में ही सक्षम है, जिसे हम Artificial Narrow Intelligence (ANI) कहते हैं। जहां दूसरी तरफArtificial General Intelligence (AGI) एक ऐसी टेक्नोलॉजी होगी, जो इंसानों के जैसे सोचने, समझने, सीखने और किसी भी निर्णय को लेने में सक्षम होगी। AGI का बढ़ता हुआ विकास हमारे जीवन को पूरी तरह से बदल देगा।
AGI क्या है?
AGI हमारे लिए एक ऐसी स्मार्ट मशीन साबित हो सकती है, जो कि हम इंसानों की तरह सोचने, समझने तर्क लगाने तथा नए कौशल विकास को बढ़ाने व सिखने में सक्षम होगी। यह किसी भी कठिन कार्यों को बिना किसी प्रोग्रामिंग के उसे हल कर सकेगी, जबकि वर्तमान समय में ANI सिर्फ एक ही काम में माहिर होती है।
AGI को सही तरीके से समझे-
- अगर आप किसी भी चैटबॉट से बात कर रहे हैं तो वह सिर्फ आपको प्रोग्राम किए गए उत्तर दे सकता है।
- जबकि एक AGI चैटबॉट आपकी कही हुई बात को समझकर, नई जानकारी लेकर तथा स्वयं से नए उत्तर तैयार करके दे सकता है।
AGI तथा ANI में अंतर
- AGI किसी भी कार्य को इंसानों के जैसे कर सकता है जबकि ANI किसी एक विशेष कार्य को करने में सक्षम है।
- AGI में लचीलापन बहुत अधिक होता है जबकि ANI में एक सीमित तक होता है।
- AGI अनुभव से सीखने की क्षमता रखता है जबकि ANI तयशुदा डाटा द्वारा ही सिखाता है।
- जैसे AGI में- काल्पनिक (जो की पूरी तरह विकास नहीं है) तथा ANI में चाटबॉट, वर्चुअल अस्सिटेंट(Alexa)
AGI का विकास तथा कार्य प्रणाली
AGI के विकास को बढ़ाने के लिए कई तकनीकों तथा शोधों का प्रयोग किया जा रहा है जिससे कि यह विकसित हो सके जैसे -
(A) मशीन लर्निंग (Machine Learning)
AGI के विकास होने में मशीन लर्निंग का सबसे महत्वपूर्ण योगदान होगा, ताकि यह डाटा के द्वारा खुद सीख सकेगा।
(B) डीप लर्निंग (Deep Learning)
यह टेक्नोलॉजी न्यूरल नेटवर्क ( Neural Network) पर आधारित है, जो की AGI के कठिन समस्याओं को हल करने में सक्षम बनाएगी।
(C) न्यूरोसाइंस (Neuroscience) तथा AI का मेल
AGI को इंसानों के जैसे सोचने, समझने के लिए मानव मस्तिष्क की संरचना को जानना आवश्यक है। इसलिए वैज्ञानिक न्यूरोसाइंस का अध्ययन करके AI सिस्टम को तैयार कर रहे हैं।
(D) नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग (NLP)
AGI को हम इंसानों की भाषा को समझने के लिए तथा संवाद करने के लिए NLP तकनीक की जरूरत होगी।
AGI के लाभ
यदि AGI का सही तरह से विकास किया गया तथा उपयोग किया जाएगा, तो यह दुनिया को पूरे तरीके से बदल सकेगा।
- चिकित्सा में क्रांति
AGI के द्वारा किसी भी नई बीमारियों के इलाज को ढूंढना आसान हो जाएगा।
- अनुसंधान तथा नवाचार
विज्ञान, अंतरिक्ष तथा इंजीनियरिंग में तेजी से बढ़ोत्तरी होगी तथा इसका विकास होगा।
- उत्पादकता बढ़ेगी
ऑफिसों तथा फैक्ट्रीयों में कार्यों को आसान तथा कुशल बनाया जाएगा।
- शिक्षा में सुधार
व्यक्तिगत रूप से इंसानों के सामान्य पढ़ाने वाले AI ट्विटर विकसित किया जा सकेंगे।
AGI से जुड़ी चुनौतियां, खतरे तथा हानि
नौकरियों पर संकट
यदि AGI मशीनें हम इंसानों से ज्यादा स्मार्ट हो जायेंगी, तो कई नौकरियाँ समाप्त हो सकती हैं।
साइबर सुरक्षा
यदि AGI किसी गलत हाथ में चला जाए तो इसका दुरूपयोग हो सकता है।
नैतिकता एवं नियंत्रण
क्या हम इस इंटेलिजेंट मशीन को नियंत्रित कर सकेंगे?
स्वतंत्र सोच
यदि AGI स्वयं ही निर्णय लेने लगा तो शायद वह इंसानों के विरुद्ध जा सकता है।
क्या AGI मानव के लिए खतरा बनेगा?
यदि इसे नियंत्रित नहीं किया गया, तो यह हम इंसानों के अस्तित्व के लिए एक चुनौती बन सकता है।
AGI को नियंत्रित करना
1. कानून के नियम एवं गाइडलाइंस
सरकार को AGI के बढ़ते विकास तथा उसके प्रयोग के लिए कुछ सख्त नियम बनाने चाहिए।
2. एथिकल AI (Ethical AI)
AI सिस्टम को नैतिक तथा जिम्मेदार बनाने के लिए इसे इंसानी तौर पर आधारित बनाया जाए तो सही रहेगा।
3. इंसानों द्वारा नियंत्रण
AGI को पूरे तरीके से स्वायत्त नहीं बनाया जाए तो सही है बल्कि इसे इंसानों के माध्यम से नियंत्रित किया जाना चाहिए।
4. पारदर्शिता (Transparency)
टेक कंपनियों को अपने AI के बढ़ोतरी व प्रयोग में पारदर्शिता बनाए रखनी चाहिए।
AGI का भविष्य एवं संभावनाएं
Deep Mind (Google AI)- AI को इंसानों की तरह सोचने के लिए यह इसे इंसानों के नजदीक लाने की कोशिश कर रही है।
Meta(Facebook AI Lab)- AI सिस्टम को सामाजिक रूप से जागृत करने पर फोकस कर रही है।
Open AI- यह GPT मॉडल (जैसे- GPT- 4, GPT-5)पर कार्य कर रही है।
Tesla (Elon Musk)- ऑटोमेशन तथा AI की खोज कर रही है।
यदि AGI को सही दिशा की ओर विकसित किया जाएगा, तो यह यह मानव के लिए एक वरदान के रूप में साबित हो सकता है।
निष्कर्ष
AGI भविष्य के लिए एक क्रांतिकारी तकनीक है, जो हम आम-इंसानों के जैसे सोचने, समझने व सिखने में सक्षम होगी। यह कई क्षेत्रों में अधिक बदलाव ला सकती है, लेकिन इन सब के साथ नियंत्रण तथा नैतिकता से जुड़े गंभीर सवाल भी उत्पन्न होंगे।
क्या AGI को हमें अपनाना चाहिए या भविष्य को लेकर डरना चाहिए?
इसका उत्तर इस बात पर निर्भर करता है कि इसके विकास को कैसे बढ़ाया जाता है तथा नियंत्रित किया जाता है।यदि हमें AGI से जुड़े सभी आने वाले खतरों को रोकना है, तो इसका प्रयोग हमें सिर्फ उन्हीं क्षेत्रों में करना होगा, जहां यह हम इंसानों की मदद करे ना की हमारी जगह को ले।
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